लड़का पैदा होने की दुआ
लड़का पैदा होने की दुआ, एक मां के लिए लड़का और लड़की दोनों ही अजीज है और बेटियों को तो अल्लाह रब्बुल इज्जत नेबेशुमाररहमत बक्शी है। उनका वजूद उनका मुकाम, आला दर्जे पर है।अल्लाह को बेटियां बहुत ही पसंद है।पर हमारी कुछ बहनें ऐसी हैं जो लगातार बेटियां हो जाने से ससुराल में ,सास ,ससुर ननद ,जेठानी ,देवर,खानदान, रिश्तेदार यहां तक कि शौहर के तानो से भी परेशान हो चुकी है।
लगातार बेटियां हो जाने पर उनको इसके लिए घर से निकाल भी दिया जाता है। छोड़ दिया जाता ,तलाक दे दिया जाता है।ऐसे कई हालातों से औरतों को गुजरना पड़ता है।अल्लाह ताला चाहे जिसको अपनी रहमत से लड़का दे या लड़की दे सब कुछ उसके हाथ में है। पर अल्लाह ताला की रहमत से बताइए दुआओं को अमल करके हम बेटे की दुआ कर सकते हैं। बाकी सब कुछ ऊपर वाले के हाथ में ही है कोशिश करना हमारा काम है।
- सूरह यूसुफ पारा नंबर 12 सूरह यूसुफ को पढ़ना बहुत ही रहमत बकस्ताहै।जिसको अमल में लेकर हम लड़का पैदा होने की ख्वाहिश को पूरा कर सकते हैं इंशाल्लाह। इस दुआ को पढ़ने का कोई टाइम मुकर्रर नहीं है ना ही कोई शर्त है। लेकिन हम बाद नमाज फजर की इस दुआ को पढ़े तो ज्यादा बेहतर होगा।इस दुआ को हम्ला होने के शुरू से लेकर जब तक औलाद पैदा ना हो तब तक लगातार पढ़ते रहें।इंशा अल्लाह अगर अल्लाह की मर्जी हुई तो इस अमल से आपके घर में लड़का पैदा होगा।